ठीक से नहीं खुलता बलेण्डा का आंगनबाड़ी केन्द्र-शिकायत
सरायपाली. छोटे-छोटे बच्चों की देख रेख एवं उन्हें शिक्षा प्रदान करने के लिए शासन के द्वारा सभी गांवों व शहरों में आंगनबाड़ी केन्द्र खोले गए हैं. यहां बच्चे खेल-खेल में पढ़ाई भी करते हैं और उनके पोषण का भी पूरा ध्यान रखा जाता है. लेकिन कई आंगनबाड़ी केन्द्र ऐसे हैं जो ढंग से खुलते भी नहीं है, जिसके कारण बच्चों को उसका लाभ नहीं मिल पाता और शासन की मंशा भी पूरी नहीं हो पाती. ऐसा ही कुछ नजारा ग्राम बलेण्डा में देखा गया, जहां सही ढंग से आंगनबाड़ी केन्द्र नहीं खोले जाने की शिकायत ग्रामीणों के द्वारा की गई है.
बलेण्डा के ग्रामीणों ने नवभारत को बताया कि यहां आंगनबाड़ी केन्द्र खोलने में काफी लापरवाही बरती जा रही है. केवल आधे से एक घण्टे के लिए ही आंगनबाड़ी केन्द्र खोला जाता है, उसके बाद बंद कर देते हैं. जिससे ग्राम के बच्चों को इसका सही लाभ नहीं मिल पा रहा है. इस संबंध में आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सिंधु प्रधान व सहायिक महेन्द्री बारिक से पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि यहां कुल 42 बच्चे दर्ज हैं जिनका इन दिनों वजन किया जा रहा है. विगत 4, 5 व 6 अगस्त को बच्चों के वजन के लिए गांव में गए हुए थे, जिसके कारण आंगनबाड़ी केन्द्र समय से पहले बंद किया गया था. जबकि बाकी दिनों में ऐसा नहीं होता है, ग्रामीणों की शिकायत बेबुनियाद